सच खबर, मेदिनीनगर। भगवान भोलेनाथ से दुनिया को सीख लेने की जरूरत है। भोलेनाथ समुन्द्र मंथन में मिले अमृत को देवताओं में बांट दिया और स्वयं विषपान कर लिया था। हम उनके बताए मार्ग पर चलकर ही बेहतर समाज की स्थापना कर सकते हैं। उक्त बातें शिक्षक सह समाज सेवी भरदुल सिंह ने कही। वे महाशिवरात्रि के अवसर पर शिवबेल में मेला के उद्घाटन के दौरान कही। उन्होंने मेला में सांस्कृतिक कार्यक्रम का उद्घाटन फीता काटकर किया। श्री सिंह ने कहा कि आज शिव -पार्वती के विवाह का दिन है। भगवान शिव हमसबो को सीख देते हैं कि स्त्री के बिना पुरुष तथा पुरुष के बिना स्त्री अधूरा माने जाते हैं। इस मौके पर अधिवक्ता संतोष कुमार पांडेय ने कहा कि भगवान शिव ऐसे देवता है, जिनको देवता व दानव सभी समान रूप से पूजते हैं। इस अवसर पर नागेन्द्र सिंह व्यास ने एक से बढ़कर एक कई लोकगीत, भक्ति गीत व फरमाइसी गीत प्रस्तुत किये। सरजा मुखिया आनंद कुमार ने कहा कि आज देवो के देव महादेव का दिन है। भगवान भोलेनाथ से त्याग करने का प्रेरणा मिलती हैं। मेले में बच्चों ने चटपटी खाद्य पदार्थो का लुफ्त उठाया । महिलाओं ने श्रृंगार के सामानों की जमकर खरीदारी की। जगह -जगह हर- हर महादेव के जयकारे से पूरा क्षेत्र शिवमय हो गया । शिवरात्रि के अवसर पर पूजा अर्चना को ले सुबह से ही मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहा। शिवभक्त मंदिरों में बेलपत्र और कच्चे दूध से भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए सुबह से ही लाइन में लगे रहे। महिलाओं की संख्या पूजा अर्चना को ले पुरुषों की अपेक्षा काफी देखी गई। शिव का व्रत रखने वाले भक्तों ने शिव मंदिरों में जाकर भगवान शिव का गंगाजल व दूध से जलाभिषेक किया। फल, फूल चढ़ाकर लोगों ने मन्नते मांगी। इस मौके पर नव युवक विकास समिति के पिंटू सिंह, योगेंद्र सिंह, पिंटू करण ,ध्रुव पाल, रवि सिंह, सौरभ यादव,अजय सिंह, सोनू सिंह,सुनील ,जितेन्द्र, दिवाकर सिंह, सुभाष सिंह, सुनील कुमार, महेन्द्र सिंह,लाल बिहारी सिंह,नन्दू सिंह, समेत सैकड़ो लोग उपस्थित थे।