लातेहार। झारखंड के शनिवार को सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। लातेहार थाना क्षेत्र के पोचरा पंचायत के हेसलबार के कौवाखाड़ गांव में शनिवार की दोपहर सुरक्षा बलों और प्रतिबंधित संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी उग्रवादियों के बीच आधे घंटे तक जमकर मुठभेड हुई। इस मुठभेड़ में तीन उग्रवादी मारे गए है। सुरक्षा बलों ने इनके शव बरामद कर लिए हैं। वहीं खूंटी में माओवादियों के एरिया कमांडर ने सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। लातेहार में हुए मुठभेड़ में संगठन के बालूमाथ एरिया के जोनल कमांडर जितेंद्र उर्फ मांझी कमर में गोली लगने से घायल हुआ है। सुरक्षा बल ने घायल उग्रवादी को गिरफ्तार कर लिया है।जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन को यह गुप्त सूचना मिली थी कि ज्ैच्ब्के हथियार बंद उग्रवादी हेसलबार के इलाके में भ्रमण कर रहे हैं। इसी सूचना पर झारखंड पुलिस, झारखंड जगुआर और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम छापामारी करने कौवाखांड़ पहुंची। इन्हें देखकर उग्रवादियों ने जोरदार फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षा बलों ने भी जवाबी फायरिंग की । आधे घंटे तक दोनों तरफ से करीब 200 राउंड गोलियां चलीं। इसमें तीन उग्रवादी ढेर हो गए। जिनमें से एक सब जोनल कमांडर, एक एरिया कमांडर तथा एक अन्य उग्रवादी शामिल है। वहीं अन्य उग्रवादी भाग गए। पुलिस को दस्ते में 10 सदस्यों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। मारे गए उग्रवादियों की पहचान जितेंद्र यादव कुंदा थाना पिंजनी पोटम, चंचल सिंह मनिका थाना डोंकी गांव के रूप में हुई है। एक उग्रवादी गोगाद पांकी का रहने वाला बताया जा रहा है। मुठभेड़ के बाद सर्च ऑपरेशन में इनके पास से सामान भी बरामद हुए हैं। पुलिस का सर्च अभियान जारी है। सूत्रों की ओर से दावा किया गया है कि घटनास्थल से पुलिस को एक एसएलआर और गोलियां मिली हैं। इसके अलावा एके-47 की मैगजीन और गोलियां तथा इंसास की मैगजीन व गोलियां बरामद हुई हैं। बताया जा रहा है कि यह उग्रवादी लेवी वसूलने के लिए जुटे थे। घटना घने जंगलों के बीच हुई है। घटना के बाद सुरक्षा बलों का उत्साह चरम पर है।