सच खबर,मेदिनीनगर। झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के आखिरी कार्य दिवस 25 मार्च को पांकी विधायक डॉ. कुशवाहा शशिभूषण मेहता द्वारा सदन में प्रस्तुत गैर सरकारी संकल्प पर सरकार ने अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया। विधायक डॉ० मेहता ने सदन में कहा कि, यह सभा राज्य सरकार से अभिस्ताव करती है कि, पलामू जिला के पांकी, मनातू एवं तरहसी प्रखंड को मिलाकर पांकी को अनुमंडल का दर्जा देने के संबंध में आयुक्त, पलामू प्रमंडल, मेदिनीनगर के माध्यम से उपायुक्त, पलामू की अनुशंसा जनवरी 2019 में प्राप्त है। ज्ञात हो कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता में प्रशासनिक ईकाइयों के सृजन और पुनर्गठन पर विचार करने हेतु गठित उच्चस्तरीय समिति की बैठक वर्ष 2019 से आजतक नहीं हो सकी है, अतएव आयुक्त एवं उपायुक्त की अनुशंसा के आलोक में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में प्रशासनिक ईकाइयों के सृजन-पुनर्गठन पर विचार करने हेतु गठित उच्चस्तरीय समिति की बैठक की अनुशंसा प्राप्त कर पांकी को अनुमंडल का दर्जा दिया जाय, ताकि उक्त तीनों प्रखंडों की जनता को प्रतिदिन आवश्यक सरकारी कामकाज के निपटारे में सुविधा हो सके तथा प्रशासनिक कार्यों का निपटारा शीघ्रातिशीघ्र किया जा सके। सरकार की ओर से उत्तर देते हुए मंत्री आलमगीर आलम ने यह कहा कि, पलामू जिलान्तर्गत पांकी, तरहसी तथा मनातू प्रखंड को मिलाकर पांकी को अनुमंडल का दर्जा देने के संबंध में आयुक्त, पलामू प्रमंडल, मेदिनीनगर के माध्यम से उपायुक्त, पलामू की अनुशंसा प्राप्त है। उक्त प्रस्ताव पर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में प्रशासनिक ईकाइयों के सृजन-पुनर्गठन पर विचार करने हेतु गठित उच्चस्तरीय समिति की बैठक की अनुशंसा प्राप्त होने के पश्चात पांकी को अनुमंडल का दर्जा देने पर विचार किया जा सकेगा। डा. मेहता द्वारा पुरक प्रश्न किये जाने पर मंत्री ने जवाब दिया कि, उच्चस्तरीय बैठक शीघ्र करायी जायेगी।